चन्द्र प्रभा एतवाल (Chandra Prabha Aitwal)
(माताः स्व. पदी देवी, पिताः स्व. दरजी सिंह )
जन्मतिथि : 24 दिसंबर 1941
जन्म स्थान : धारचूला
पैतृक गाँव : धारचूला जिला : पिथौरागढ़
वैवाहिक स्थिति : अविवाहिता
शिक्षा : एम.ए., सी.पी.एड.
अलंकरणः पद्मश्री
जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ः नन्दा देवी शिखर 1981 में सफल आरोहण फिर एवरेस्ट अभियान की सदस्य।
प्रमुख उपलब्धियां : 1966-86 तक अध्यापन किया।1986 से ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी (एडवेंचर) उत्तरकाशी रहीं। नेहरू इंस्टीट्यूट ऑव माउण्टेनियरिंग (एन.आई.एम.), उत्तरकाशी में 1972 में बेसिक और 1975 में एडवांस माउन्टेयरिंग कोर्स पूरा किया। 1980 में स्कीइंग का इण्टरमीडिएट कोर्स किया। 1978-83 तक नेहरू इंस्टीट्यूट ऑव माउण्टेनियरिंग, उत्तरकाशी में प्रशिक्षक रहीं। इस अवधि में बेबी शिवलिंग, बंदरपूंछ, केदारडोम, कामेट, ब्लैकपीक और 20900, नंदा देवी अभियानों में प्रशिक्षक, सदस्य, डिप्टी लीडर और लीडर की हैसियत से शामिल हुईं। इण्डियन माउण्टेनियरिंग फाउण्डेशन द्वारा प्रायोजित 1984 के एवरेस्ट अभियान की सदस्य रहीं और 27,750 फीट तक पहुँचीं। 1993 में इण्डो-नेपाली महिला साझा अभियान में एवरेस्ट पर 24,000 फीट तक पहुँची। रिवर राफटिंग और 28 दुर्गम पथों पर ट्रेकिंग की। इन उपलब्धियों के लिए भारत सरकार द्वारा ‘पद्मश्री’, अर्जुन पुरस्कार से नवाजा गया।
युवाओं के नाम संदेशः एडवेंचर की ओर जायें। यह सिर्फ़ पहाड़ चढ़ना नहीं है। जिन्दगी के पहाड़ को चढ़ना भी यह सिखाता है। यह सोचने और निर्णय लेने में भी मदद देता है।
विशेषज्ञता : शिक्षा, पर्वतारोहण अन्य साहसिक विधायें।
नोट : यह जानकारी श्री चंदन डांगी जी द्वारा लिखित पुस्तक उत्तराखंड की प्रतिभायें (प्रथम संस्करण-2003) से ली गयी है.